"कहीं मिलेगी ज़िन्दगी में प्रशंसा
तो कहीं नराजगियों का बहाव मिलेगा
कहीं मिलेगी सच्चे मन से दुआ
तो कहीं भावनाओं में दुर्भाव मिलेगा
तू चलाचल राही अपने कर्मपथ पे
जैसा तेरा भाव वैसा प्रभाव मिलेगा।"
कहीं मिलेगी ज़िन्दगी में प्रशंसा
तो कहीं नराजगियों का बहाव मिलेगा
कहीं मिलेगी सच्चे मन से दुआ
तो कहीं भावनाओं में दुर्भाव मिलेगा
तू चलाचल राही अपने कर्मपथ पे
जैसा तेरा भाव वैसा प्रभाव मिलेगा।