कि फिर न होंगे कभी किसी बात पे झगड़े
उस दिन हम इस बात पे झगड़े।
तुम भूल जाओ कि हम झगड़े थे कभी
और मैं भूल जाता हूँ, हम जिस बात पे झगड़े।
जब लड़कर थक गए तो तय ये हुआ
अब फिर न होंगे बिना बात के झगड़े।
झगड़े तो हो, पर बात बन्द न हो उनसे
तो फिर चाहे रोज हर बात पे झगड़े।
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