ज़िनà¥à¤¦à¤—ी गà¥à¤²à¥›à¤¾à¤° है वक्त तु भी औरों की
तरह मूखर मत जाना..
नई नई बार...बहोत खूशीया
दी अपना समझकर..
अब तू भी मूझे अजनबी समझकर
मूझे औरों की तरह मत भूला देना...
...हर कोई.. मूस्कूराकर...मूझ से
पिछा छूडवाना चाहता हैं..
कही तु भी मुझसे रूठ मत जाना...
©ganesh suryavanshi
#Gulzar