खुद्दारियों में हद से गुजर जाना चाहिए, 🙃
इज्ज़त से जी न पाये तो मर जाना चाहिए। 🙌🌺💐🌷
अभी शीशा हूँ सबकी आँखों में चुभता हूं, 🌈
जब आईना बन जाऊंगा सारा जहाँ देखेगा। 🙃🌥🌷🌼
उगते हुए सूरज से मिलाते हैं निगाहें, 💐
हम गुजरी हुई रात का मातम नहीं करते। 🙏😊🤐🌺
कोई तो है मेरे अंदर मुझको संभाले हुए, 🌻
कि बेकरार होकर भी बरक़रार हूँ मैं। 🙌💐🌻☀️
शोर करते रहो तुम सुर्खियों में आने का, 👌
हमारी तो खामोशियाँ भी एक अखबार हैं। 🙃🌷
©NI Sahil
Jab Aaye Na banunga Sara Jamana dekhega