वो उस रात आया नही घर
इंतजार करती रही हर पहर
पर ऐसा लग रहा समय गया हो ठहर
दिल पे टूटा हो जैसे कोई कहर
अचानक से मेरे मन में उठी एक लहर
रात में ठोकरें खाई दर बदर
फिर किसी तरीके से किया अपना बसर
बहुत सी बातें कहनी थी पर
वो उस रात आया नही घर ll
©मेरे गले कि राग
बहुत सी बातें