White ये कैसे युग है आया ।
जिसके इतिहास में
सुनी, लिखी और पढ़ी थी हमने
स्त्री के सम्मान बचाने,
के लिए हुए युद्ध की कहानियां
आज उसी राष्ट्र में,
सुरक्षित नही है।
स्त्रियां!
क्या ये ज्ञान उनसे डर गया?
अब तो रावण से भी
बड़े असुरों ने जन्म ले लिया।
शाप के ही चाहे खौफ से,
रावण ने भी सीता की मर्यादा का रखा मान था।
महाभारत का अंजाम भी तो,
स्त्री से किए गए दुर्व्यवार का परिणाम था ।
अब शायद कोई ना आएगा
अब क्या उन असुरों को कोई फांसी पर भी ना पहुंचाएगा ?
कहने को तो देश आजाद हुआ !
फिर स्त्रियां अब तक भी क्यों कैद है ?
क्यों आखिर स्वतंत्र देश में रहकर भी,
वो न आजाद है ?
अब तो ना कोई कारण बचा ,
ना कोई बंदिश !
सब कुछ करके तो देख लिया !
पर कोई ना बदल सका कुछ असुरों की फितरत।
गुनेगार तो आजाद घुमरहा,
पर इन घटनाओं से
अब हर स्त्री एक खौफ में कैद है।
©Ujjwal Kaintura
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