तबियत क्या खराब हुई मरीज की, जिन्दगी ने तो यादों क
"तबियत क्या खराब हुई मरीज की,
जिन्दगी ने तो यादों के पुराने पन्ने पलट दिए।
और जब मांगा साथ तेरा फिर से जिन्दगी शुरू करने के लिए,
तो खुदा ने भी दुआ कबूल करने के दरवाजे बंद कर दिए।।"
तबियत क्या खराब हुई मरीज की,
जिन्दगी ने तो यादों के पुराने पन्ने पलट दिए।
और जब मांगा साथ तेरा फिर से जिन्दगी शुरू करने के लिए,
तो खुदा ने भी दुआ कबूल करने के दरवाजे बंद कर दिए।।