नशा एक ऐसा ज़हर
जो धीरे-धीरे इंसान को अंदर से खोखला कर देता है
और कब इंसान को मृत्यु के द्वार तक ले जाता है
उसे खुद भी इस बात का एहसास नहीं होता है
नशा समाज के लिए देश के लिए परिवार के लिए
और इससे भी ज्यादा स्वयं इंसान के लिए
किसी अभिशाप से काम नहीं।।
©shayri
#addiction