शुभ विजयादशमी
हां,मैं वही रावण हूं,
जो छुपा सभी के अंदर होता हूं।
पर स्वयं में दिखाई नहीं देता,
और दूसरों में नजर आता हूं।।
यूं पुतले जलाने से मेरा अंत नहीं होगा।
पहले वहां से तो खत्म करो मुझे...
जहां सबके अंदर पाया जाता हूं।। में।
©Rimpi chaube
#रावण 🏹
हां,मैं वही रावण हूं,
जो छुपा सभी के अंदर होता हूं।
पर स्वयं में दिखाई नहीं देता,
और दूसरों में नजर आता हूं।।
यूं पुतले जलाने से मेरा अंत नहीं होगा।
पहले वहां से तो खत्म करो मुझे...
जहां सबके अंदर पाया जाता हूं।।