White "तू मन बना बैठा है क्या,
छुप-छुप मुझे सताने का;
ख़्वाबों में आकर फिर,
नींदें मेरी उड़ाने का।
हर्जाना कुछ तो लगे तुझ पर,
दिल मेरा चुराने का;
चल अब क्या करेगा वापस दिल,
बन जा कैदी तू इस कैदखाने का।।"
©Anjali Singhal
"तू मन बना बैठा है क्या,
छुप-छुप मुझे सताने का;
ख़्वाबों में आकर फिर,
नींदें मेरी उड़ाने का।
हर्जाना कुछ तो लगे तुझ पर,
दिल मेरा चुराने का;
चल अब क्या करेगा वापस दिल,