आत्मा जब परमात्मा के पास चली जाती है तो उसके पश्चात मृत्युलोक के सारे संबंध छूट जाते हैं फिर वह अपने कर्म के हिसाब से अगले योनि में जाने की तैयारी कर रही होती है ,जैसे हमने आज से चार दिनों पहले कौन से वस्त्र ,आभूषण पहने थे,कैसे भोजन किए थे ,किनसे क्या-क्या वार्तालाप हुई थी;ऐसा कुछ भी तो स्मरण नहीं रहता!
ये।मानव शरीर भी आत्मा का साधन मात्र है,पुराने वस्त्र की भांति देह त्याग के बाद वह उसे भी विस्मृत कर देती है।
- ऋतेश
©ritesh Kumar
आत्मा