तेरे इश्क़ के समंदर मे तैरा करते है, वक़्त -बे -वक़् | हिंदी Poetry
"तेरे इश्क़ के समंदर मे तैरा करते है,
वक़्त -बे -वक़्त तुझे याद करते है,
क्या इसी बात का गुरुर है तुझे.....
अगर हाँ... तो सुन ले आज तुझे हम इस बंधन से आजाद करते है
अभिषेक"
तेरे इश्क़ के समंदर मे तैरा करते है,
वक़्त -बे -वक़्त तुझे याद करते है,
क्या इसी बात का गुरुर है तुझे.....
अगर हाँ... तो सुन ले आज तुझे हम इस बंधन से आजाद करते है
अभिषेक