गयी अमावस बीत दर्प तम का खंडित है । मुदित मधुर लघु दीप ज्योति महिमा मंडित है । मत करो अभी जय घोष समर है शेष निरंतर। ना रहे तिमिर भी लेश अरे , दिनकर के पथचर । ©Reeta Agrahari #Glow Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto