जुगनू और तारें एक रात ऐसी होगी,
जब तुम मेरे सिरहाने लेट, मेरा हाथ अपने हाथों में थाम लोगी,
हमारे दरमियान,
कुछ तुम्हारे दिल के लफ्ज़ और थोड़ी मेरे दिल की बात होगी।
रात भर ये गुफ्तगू का सिलसिला यूहीं चलता रहेगा,
एक चांद मेरे बगल में होगा और ऊपर उस काले आसमान में हज़ारों जुगनू की बारात होगी।
- © Scrawled Reflections