जय हो
ओ मैया फाटक वाली जय हो
दूधा धारण माँ की जय हो
काल भैरव,भैरव जी की जय हो जय हो जय हो.....।
शीश पे मुकुट है साजे
वगरई में सदा विराजे
आरती करके मन ये मेरा
पुलकित बार बार हो जावे।
ओ मैया फाटक वाली जय हो
दूधा धारण माँ की जय हो
काल भैरव,भैरव जी की जय हो जय हो जय हो.....।
दुष्टो को ये संहारे
आसमां के उजले तारे
भक्ति करके मन ये मेरा
बाग़- बाग़ हो जावे।
ओ मैया फाटक वाली जय हो
दूधा धारण माँ की जय हो
काल भैरव,भैरव जी की जय हो जय हो जय हो.....।
दीन दुखियों के ये सहारे
संकट को दूर भगावे
पूजा करके मन ये मेरा
पावन बार - बार हो जावे।
मैया फाटक वाली जय हो
दूधा धारण माँ की जय हो
काल भैरव,भैरव जी की जय हो जय हो जय हो.....।
जो भी दर पे तेरे आवे
खाली हाथ ना कोई जावे
दर्शन करके मन ये मेरा
शरणागत बार- बार है आवे।
मैया फाटक वाली जय हो
दूधा धारण माँ की जय हो
काल भैरव,भैरव जी की जय हो जय हो जय हो.....।
©SAKSHI JAIN
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