"किसी पर वार करके
उसे पनाहों में रखकर क्या करना...
जिस पर अधिकार हो
उस पर दिल हारकर क्या करना...
डूबने की कशमकश में ही तो
मोहब्बत का मजा है...
दरिया पार करने का सोचा है तो
उसकी गहराई जानकर क्या करना...
_ स्वप्रेरित...
_ sanju"
किसी पर वार करके
उसे पनाहों में रखकर क्या करना...
जिस पर अधिकार हो
उस पर दिल हारकर क्या करना...
डूबने की कशमकश में ही तो
मोहब्बत का मजा है...
दरिया पार करने का सोचा है तो
उसकी गहराई जानकर क्या करना...
_ स्वप्रेरित...
_ sanju