(बचपन) खिल-खिलाता बचपन बे-वजह हसाता बचपन हर ज़िद | हिंदी Shayari

"(बचपन)"

 (बचपन)

(बचपन)

खिल-खिलाता बचपन
बे-वजह हसाता बचपन

हर ज़िद पुरी कराता बचपन
ज़िम्मेदारियो से बचाता बचपन

चोटॊ पे रुलाता बचपन
माँ का प्यार दिलाता बचपन

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