झूठा नाम झूठी शख्सियत लिए, हर इंसान यहां बैठा है,
झूठे वादे झूठे रिश्ते झूठे जज्बात लिए बैठा है,
यहां हर इंसान शब्दों से बने जाल लिए बैठा है,
तहजीब और तमीज,
नाम और शख्सियत जैसे झूठे नहीं,
नाम शख्सियत के बिना भी वह बदनाम हुए बैठा है,
©Priyanka
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