White बहुत सह लिया दर्द मेने,
अब ओर नहीं सहना है।
चोट पे चोट मिल रही है मुझे,
कब तक आंसू बहना है।
अपनों की भीड़ में अकेला हूं,
अब अकेले ही मुझको रहना है।
कोई नहीं रहा दुनियां में अपना,
अब किसको अपना कहना है।
बहुत सह लिया दर्द मेने,
अब और नही सहना है।
©Kumar Pushpendra
#दर्द_और_खामोंशियाँ