"तेरी हर बदमाशी मंजूर हैं हमे,
तेरा वो रूठना मंजूर हैं हमे,
तेरी हर नादानी हमारे सर आँखो पर,
तेरा दिया हर दर्द मंजूर हैं हमे,
ना मंजूर है तो बस इतना के…
तेरी आँखों में आंसूओ का आ जाना,
और तेरा वो टूटकर बिखर जाना।"
तेरी हर बदमाशी मंजूर हैं हमे,
तेरा वो रूठना मंजूर हैं हमे,
तेरी हर नादानी हमारे सर आँखो पर,
तेरा दिया हर दर्द मंजूर हैं हमे,
ना मंजूर है तो बस इतना के…
तेरी आँखों में आंसूओ का आ जाना,
और तेरा वो टूटकर बिखर जाना।