Unsplash आशिक़ ए किताब की सज़ा न पूछियो आसमां पे | हिंदी Shayari

"Unsplash आशिक़ ए किताब की सज़ा न पूछियो आसमां पे बिठा देती है ज़मीं पर पटकते पटकते ©ADiL KHaN (शहज़ादा)"

 Unsplash आशिक़ ए किताब की 
सज़ा न पूछियो 
आसमां पे बिठा देती है
ज़मीं पर पटकते पटकते

©ADiL KHaN (शहज़ादा)

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