लहजों कि गर्मी से कही ज्यादा मेरे गरम ख्वाब हैं .....!
आप पढ़ने के बाद कहेंगे ये सब बहके हुए राग हैं ...!
आप सलामती उनकी कीजिए जो जो इस फेहरिस्त में शामिल हैं ....!
उठी जो तलवारें तो लहू का दौर आना है ....!
हमको अपनी जान की फकत इतनी सी भी मलाल नहीं वो उनको होगा जिनको ताउम्र जी कर जाना है.....!
#S K SINGH@
©Sintu singh
#GateLight