आज मेरे मन में बूंदों की इक कमी सी है पर पलकों की छत पर अश्रुओं की नमी सी है हर भाव को मिटाने सैलाब बढ़ चुके हैं फिर भी दिल पटल पर धूल इक जमी सी है मेघों की गर्जना में मन का शिशु मौन है हृदय कोश में अविरल लड़खड़ाता कौन है ©KHAJAN TIWARI #Oneseason Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto