जो कर लोगे नफरत तो बस, इक पल है जिंदगी,
गर कर ली मुहब्बत तो कम, हर पल है जिंदगी,
गर हाथ पैर हैं तेरे, है सेहत ए मंद तू,
कितनों का तो बस ख्वाब है, हो ऐसी जिंदगी,
गर हो कहीं शिकायतें, है तुझको कम मिला,
क्या करना ऐसी जिंदगी का, तुझको हो गिला,
देखे हैं ऐसे लोग मैने, महलों में रहते,
जब आखिरी था वक्त, ना पानी तलक मिला,
जो कर लोगे नफरत तो बस, इक पल है जिंदगी,
गर कर ली मुहब्बत तो कम, हर पल है जिंदगी,
गर खा रहा है जो तुझे, दो वक्त की मिली,
हैं पूरी हो रही सभी, तेरी जो हैं दिली,
कितनों की तो है जिंदगी, बंजर ही कट रही,
कर शुक्र तेरी जिंदगी, जो ऐसे है खिली,
हैं उसकी ये नियामते, जो तुझको यूं मिली,
कर्मों के तेरे बीज की, ये फसल है खिली,
जो कर लोगे नफरत तो बस, इक पल है जिंदगी,
गर कर ली मुहब्बत तो कम, हर पल है जिंदगी,
सांसे लिखी हैं गर कहीं, अगली सुबह तक की,
तो जी लो आज जितनी है, ना कल है जिंदगी,
©Pankaj Pahwa
#जिंदगी