मैं बूंद हूं रिमझिम बारिश की तू गली है कोई बनारस की
मैं तुझ पर ही गिर कर बह जाऊं तू जी भर के मुझे पी लेना
मैं रंग भर दूं तेरे उपवन में तू कलियां कलियां खिल लेना
कोई मोरनी दौड़ी आएगी झूम झूम कर नाचेगी और गाएगी
तेरी गलियों की मिट्टी में है कोई जादू टोना सब पीरा दूर भगाए गी
मैं बूंद हूं रिमझिम बारिश की तू गली है कोई बनारस की