रास्ता अब मंज़िल तक जाना चाहता है।
तुम तक आने का बहाना दिल चाहता है।।
यहाँ कुछ भी मिलता नहीं किस्मत से।
वहाँ हाथ की लकीरों को आजमाना चाहता है।।
कह रही है मुझे उसकी वो उदास आँखें।
वो अपने कुछ राज़ मुझे बताना चाहता है।।
शायद अब और नहीं रह सकता दूर तुमसे।
जैसे किनारा भी समुन्दर में मिल जाना चाहता है।।
बात बनते-बनते ही बीच में छूट जाती है।
फिर भी अपना हक़ जमाना दिल चाहता है।
❤️ Shayar RK...✍🏻
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©SHAYAR (RK)
#dilchahtahai दिल चाहता है