Unsplash जमाना क्या कहता है मुझे बताओ साथी बहुत | हिंदी कविता

"Unsplash जमाना क्या कहता है मुझे बताओ साथी बहुत कुछ कहता है तो भी मुझे बताओ साथी मैं उनसे सवाल करूंगी हां बिल्कुल सवाल करूंगी की द्रोपती के चीर हरण पर क्यों नहीं कहा राधिका के प्रेम विरह पर क्यों नहीं कहा सीता के गृह त्याग पर क्यों नहीं कहा पेट के आग पर क्यों नहीं कहा पैसे के पाप पर क्यों नहीं कहा गरीबों के विलाप पर क्यों नहीं कहा युद्ध है राम पर क्यों नहीं कहा अत्याचार आम पर क्यों नहीं कहा किसान के रात पर क्यों नहीं कहा झोपड़ी की बरसात पर क्यों नहीं कहा बेटियों के मान पर क्यों नहीं कहा सीमा की जवान पर क्यों नहीं कहा लाठी के विवशता पर क्यों नहीं कहा शासन की विफलता पर क्यों नहीं कहा ©साइबेरियन"

 Unsplash जमाना क्या कहता है मुझे बताओ साथी 
 बहुत कुछ कहता है तो भी मुझे बताओ साथी 
मैं उनसे सवाल करूंगी
 हां बिल्कुल सवाल करूंगी की
 द्रोपती के चीर हरण पर क्यों नहीं कहा
 राधिका के प्रेम विरह पर क्यों नहीं कहा
 सीता के गृह त्याग पर क्यों नहीं कहा
 पेट के आग पर क्यों नहीं कहा 
पैसे के पाप पर क्यों नहीं कहा 
गरीबों के विलाप पर क्यों नहीं कहा 
युद्ध है राम पर क्यों नहीं कहा 
अत्याचार आम पर क्यों नहीं कहा 
किसान के रात पर क्यों नहीं कहा
 झोपड़ी की बरसात पर क्यों नहीं कहा 
बेटियों के मान पर क्यों नहीं कहा
 सीमा की जवान पर क्यों नहीं कहा
 लाठी के विवशता पर क्यों नहीं कहा
 शासन की विफलता पर क्यों नहीं कहा

©साइबेरियन

Unsplash जमाना क्या कहता है मुझे बताओ साथी बहुत कुछ कहता है तो भी मुझे बताओ साथी मैं उनसे सवाल करूंगी हां बिल्कुल सवाल करूंगी की द्रोपती के चीर हरण पर क्यों नहीं कहा राधिका के प्रेम विरह पर क्यों नहीं कहा सीता के गृह त्याग पर क्यों नहीं कहा पेट के आग पर क्यों नहीं कहा पैसे के पाप पर क्यों नहीं कहा गरीबों के विलाप पर क्यों नहीं कहा युद्ध है राम पर क्यों नहीं कहा अत्याचार आम पर क्यों नहीं कहा किसान के रात पर क्यों नहीं कहा झोपड़ी की बरसात पर क्यों नहीं कहा बेटियों के मान पर क्यों नहीं कहा सीमा की जवान पर क्यों नहीं कहा लाठी के विवशता पर क्यों नहीं कहा शासन की विफलता पर क्यों नहीं कहा ©साइबेरियन

#Book

People who shared love close

More like this

Trending Topic