मुस्कुराहट आदमी के चेहरे में अब खुदकुशी कर ली,
इंसा ने प्रतिष्ठा के नशे की अब मयकशी कर ली।
मोहब्बत खत्म टूथपेस्ट से बस उम्मीदें कुछ निकलने की,
बनाना था हंसी जिसको उसी की बे -हिसी कर ली।
कवि,राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय
फेसबुक पर फालो करें धन्यवाद
फा
©Rajendra Prasad Pandey Kavi
#मुस्कुराहट आदमी के चेहरे पर अब खुदकुशी कर ली