अजनबी तुम अजनबी ही रहना,
राहें तुम्हारी भले जुड़ जाए हमारी राहों से
पर तुम ना हमसे जुड़ना...
अगर हो यह पता पीछे हैं खड़े हम
तो भी ना कभी तुम मुड़ना
दिल की बात कभी ना कहना
अजनबी तुम अजनबी ही रहना....
अजनबी तुम अजनबी ही रहना
आंखों में देखकर, ना आंखों से कभी बोलना
बस यूँ ही बात करना
ना मुस्कुरा कर देखना ना ही जान कर कभी
तुम मुलाकात करना
जज्बात में कभी ना बेहना
अजनबी तुम अजनबी ही रहना... |
#DilKiKalamSey #JayantSharma'sPoetry
अजनबी तुम अजनबी ही रहना....
#MyPoetry #Ajnabi #mohabbat #onesidedlove #Hindi #hindi_poetry