अंधेरा है... तो है...रहने दो.....!!
उस बेवफा की बस्ती में...!!
तुम अपना दिल जलाकर..उसकी बस्ती....
रोशन मत करना...!!
लाख गम है... तो है.... रहने दो...!!
दिल में दबा लो..." तन्हा "..!!
बंद कमरे में.... जी भर के रो लो...लेकिन,
मुस्कुराते रहना.... महफिलों में .....
अपनी आंखें... नम मत करना...!!
बस तुम्हारे लिए , हमने जमाने भर से ...दुश्मनी कर ली...!!
अब तुम... मेरी गली में... आना-जाना..कम मत करना...!!
बस तुम्हारे लिए , हमने जमाने भर से ...दुश्मनी कर ली...!!
अब तुम... मेरी गली में... आना-जाना..कम मत करना...!!