कुछ तो खबर थी मुझे
इन सुकून भरी साँसों की ......
तेरे संग खूबसूरत एहसासो की ,
वो आँखो की बातो की......
कालिंग उन रातो की ,
उल्फत जज्बातों की ....
अंघूठी इन हाथो की ,
मिस्टर मुसाफिर तेरे अल्फाज़ो की ......
कुछ तो खबर थी मुझे
इन सुकून भरी साँसों की ...... कुछ तो खबर थी मुझे
इन सुकून भरी साँसों की ......
तेरे संग खूबसूरत एहसासो की ,
वो आँखो की बातो की......
कालिंग उन रातो की ,
उल्फत जज्बातों की ....
अंघूठी इन हाथो की ,
मिस्टर मुसाफिर तेरे अल्फाज़ो की ......
कुछ तो खबर थी मुझे
इन सुकून भरी साँसों की ...... 👑 kuch to khabar thi ...... 💞
#arash #MyPoetry कुछ तो खबर थी मुझे
इन सुकून भरी साँसों की ......
तेरे संग खूबसूरत एहसासो की ,
वो अ आँखो की बातो की......
कालिंग उन रातो की ,
उल्फत जज्बातों की ....
अंघूठी इन हाथो की ,