pyaar
जिसने प्यार करना सिखाया
उसने तो प्यार किया ही नहीं
अब लगता हैं सच मे उसने मेरे प्यार को कभी सीरियस लिया ही नहीं
उसने चलना तो सिखाया
पर संहलना तो सिखाया ही नहीं
अब लगता हैं सच मे उसने कभी सच्चे दिल से मुझे अपनाया ही नहीं
बहुत अच्छे बनकर भी अब हम अच्छे ना रहे
तुम्हारे रहे पर किसी के नजर मे सच्चे न रहे
उम्मीद---🩷🩵🩶
एक दिन तेरी नजरे जब मुझे तलासने आयेंगी
मुझे खोया देख ये आखे नम हो जायेगी
बटोर लेना मेरे राख को उन हाथों में
जिन हाथो मे मेरा हाथ होता था
और कहना ये उस लड़की की राख हैं
जो एक वक्त मे हर वक्त मेरे साथ हुआ करता था
©manshisingh@gmail.com
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