ये रात जो मुझसे कहती है,
खामोशी अंधेरों की हस्ती है।
हाथ पकड़ मुझे ले चले,
पास उम्मीदों की बस्ती है।
देख रहा खुली आंखों से
बिखरे सात रंगों की चादर है,
वो है जहां के धूप सी,
बादलों की मस्ती है।
ये रात जो मुझसे कहती है,
खामोशी अंधेरों की हस्ती है।
©Vishal Pandey
#Darknight #story