होलिका दहन के दिन उपछाया चंद्रग्रहण भी है
जिनका पूजा - पाठ , गर्भवती , भोजन - पानी आदि में कोई मान्य नहीं है ।
क्योंकि इसका सूतक काल मान्य नहीं है
विषय विस्तृत है किंतु आपके लिए सूक्ष्म और पर्याप्त है
ग्रहण के प्रकार -
01.उपछाया चंद्र ग्रहण 02. पूर्ण चंद्र ग्रहण 03.आंशिक चंद्र ग्रहण
note - उपछाया चंद्र ग्रहण में पृथ्वी की सीधी छाया पूरी तरह से चंद्र पर नहीं पड़ती है ।
चंद्र के आगे सिर्फ धूल जैसी छाया दिखाई देती है । इस ग्रहण की धार्मिक मान्यता नहीं है यह सिर्फ एक खगोलीय घटना है
©Amar Anand
#sunrisesunset