वैसे तो हम जब परेशान हो या रास्ता दिखाई न दे हाल ए दिल बया करना मुश्किल हो जाए तब हर किसके लिऐ मा के आंचल में ही सुकून मिलता है
लेकिन एक दौर आता है
जब दिल को सुकून नहीं मिलता है मां का आचल भी दूर होता है हमारे दिल की आवाज हमे पुकारती है तब नेचर का आचल सुकून देता है दिल की आवाज को दिल तक पोहचता है खुद से खुद की पहचान करवाता है और
सुकून देता है
©Rina
#CalmingNature