S शुभप्रभात S
ताजा कमाना ताजा खाना, जुल्फों को..
..बिखराओं...
कुछ तो सोच मुफलिसो की, ना सहर..
..को शाम कर...
क्यों हटायें नजरें तेरे, चेहरे से तुं ही..
..बता...
जब शबाब ही ना रहा, साकी तेरे जाम..
..पर..
आदमी-ओ-इसां, है दुश्मन इक दूजे..
..के...
हों नहीं सकते जैसे,यारब इक मकां-ओ-..
..-घर...
चैन से सोने दे मुझे भी, तुं भी भटकना..
..छोड़ दे...
थक चूका सफरे-हयात,से ऐ दिल आराम..
..कर..
Surinder,, bismill,,...
मुफ़लिस=गरीब।सहर=दिन
सफरे-हयात=ज़िन्दगी का सफर
©Surinder Modgill
#feelingsad