आज शाम रंगीन है शाम का नजारा ,
हमे याद सताती है पल पल तुम्हारा
बीच सफर में चले गए हमे छोड़ कर
उम्र भर रहेगा इंतज़ार ये मेरा,,,
कसम है रब की जितना मुझे सताया
उतना तू भी सताया जायेगा
नींदों में खाबो मे चांदनी सी रातों में
तूने मेरी एक ना मानी आई दूसरे की बातों में
जा मेरे बाबू जा मेरे सोना
रहना आबाद तू हर पल
याद जो मेरे आये तुम्हें
ढूंढ लेना वो गुजरा कल,,,,,,,,,,,
©Jaydev Kumar
love sayri and romans