वो लम्हें थे ही नहीं तुम्हारे पास जिनपे हक हो मेरा ,
तुम जब भी आये यहाँ, अपना दिल बहलाने आये ...
©Arsh....
वो लम्हें थे ही नहीं तुम्हारे पास जिनपे हक हो मेरा...
तुम जब भी आये यहाँ, अपना दिल बहलाने आये... @jhanvi Singh Nîkîtã Guptā @Riti sonkar @shiza खामोशी और दस्तक