Dil प्रेम की बात प्रेम करने वाले ही जानते हैं,
कि किसी को बिना मिले कैसे चाहते हैं,
प्रेम को समझने के लिए हृदय चाहिए,
उसको निभाने के लिए धैर्य चाहिए,
समस्त दुनिया में कोई एक जो अच्छा लगे,
मन में प्रेम सिर्फ और सिर्फ उसी के लिए जगे,
रूखी सी फिज़ा में जो कोई रंग भर देता है,
ऐसा ही प्रेम जो कोई तुम्हारे नाम कर देता है,
क्षण भर की दूरी से भी मन में सौ ख्याल आ जाते हैं,
उन ख्यालों में वो और भी नज़दीक आ जाते हैं,
संयोग हुआ तो मिलेंगे वो भी हकीक़त में,
मेरी ही ख़ुशी है उनकी खैरियत में,
कि देखना हो तो जी भर के देखो,
आंखें खोल कर नहीं, बंद कर के देखो,
दिखेगा वो प्रेम तुम्हें तुम्हारे ही मन में,
जिससे मिलना न भी लिखा हो जीवन में..!!
- Kiran Verma ✍🏻❤️🧿
©ख्वाहिश _writes