सबकुछ पाकै भी, सबकुछ हार बैठा हूं
जाने कौनसी ,कर मैं कार बैठा हूं
यूं हुए पागल, अपनों के लिए
जिंदगी मौत से लिए ,,उधार बैठा हूं
जानते हैं ,,वो मानते हैं,सही है भाई
पर कईयां खातर बना मैं,, जार बैठा हूं
रोती हुई कलम से phogat, लिख मैं सार बैठा हूं
मखा रै सबकुछ पाकै भी, सबकुछ हार बैठा हूं
#phogat 😶
©Sonu Phogat
#PhisaltaSamay #phogat✍️🤟 #sonuphogat✍️ #जयहिंद