रस्ते में मिले कई अजनबी जो मोहब्बत लेना जानते थे,
किसी ने ठुकराया तो किसी को चोट पहोचायी बस तकलीफ देना जानते थे,
अब ना राही वो उम्मीद जो हौसला रख आगे बढ़ना जान्ते थे,
इंतजार था उसका जो आपने आप से ज्यादा महबूबा से इश्क करना जानते थे |
©kahani shukla
#naummeedsaishq