वो हर किताब में उसके लफ्ज़ तलाशता है ।। कोई इसे इश | हिंदी Shayari Vid
"वो हर किताब में उसके लफ्ज़ तलाशता है ।।
कोई इसे इश्क़ के आसार समझता है ।।
तो कोई बस दिल बहलाने का सामना समझता है।।
माना के वो ख्यालात समझता है ।।
पर जो गूजरी उसके दिल पर उसे कौन समझता है ।।
जो हर किताब में उसके ही लफ्ज़ तलाशता है ।।
@writerRai"
वो हर किताब में उसके लफ्ज़ तलाशता है ।।
कोई इसे इश्क़ के आसार समझता है ।।
तो कोई बस दिल बहलाने का सामना समझता है।।
माना के वो ख्यालात समझता है ।।
पर जो गूजरी उसके दिल पर उसे कौन समझता है ।।
जो हर किताब में उसके ही लफ्ज़ तलाशता है ।।
@writerRai