Unsplash साथ, सांस और आश कितना भी अटूट क्यों ना हो | हिंदी विचार

"Unsplash साथ, सांस और आश कितना भी अटूट क्यों ना हो एकदिन टूटता जरूर है । ©Tripurari Pandey"

 Unsplash साथ,
सांस और आश कितना भी अटूट क्यों ना हो 
एकदिन टूटता जरूर है ।

©Tripurari Pandey

Unsplash साथ, सांस और आश कितना भी अटूट क्यों ना हो एकदिन टूटता जरूर है । ©Tripurari Pandey

#lovelife

People who shared love close

More like this

Trending Topic