उसने घर की हर जिम्मेदारी को स्वीकार किया
माँ बाप भाई बहन सबका जीवन साकार किया
खुशिया अपनी भूलकर बचपन अपना लगा दिया
घर वालो के सपने पूरे करने अपने सपने जला दिया
बहन की शादी भी करवाई भाई की नोकरी भी लगवाई
बस यही सब करने मे उसने आधी जिंदगी अपनी गवाई
देखा उसने एक लड़की को और अपना दिल दे बैठा
उसी से करनी है अब शादी ऐसा अपना मन बना बैठा
दोनों की अब आपस मे हर रोज बाते होने लगी थी
हा वो लड़की भी उससे मोहब्बत करने लगी थी
घर वालों को लड़के ने उस लड़की के बारे मे बताया
इस बात पर जाने क्यों घर वालो को बड़ा गुस्सा आया
कहते है घर वाले उससे की शादी हमारी मर्जी से करनी होगी
जाकर केहदो उस लड़की से तुम्हारी दुल्हन कोई और होगी
ये बात बेचारा लड़का उस लड़की से कैसे कहता
छोड़कर प्रेमिका अपनी किसी और के संग कैसे जीता
Thoughts writer priya300717
Alphaz alphaz e sukun..
©priya300717