मैं एक नारी हूँ, सक्षम हूँ,
ना कोई अबला बेचारी हूँ।
संघर्ष मेरा जीवन है,
परंपरा निभाना मेरी पहचान,
खूद से ही लड़ती हूँ, खूद से ही जितती हूँ,
फिर भी हर कदम पर सबका साथ निभाती हूँ।
बिटिया बनकर सबके आंगन में बस यूँ ही खिलखिलाती हूँ,
सात जन्मों के वचन में बंध के, हरदम साथ निभाती हूँ,
फिर भी ना जाने क़्यूँ बस एक दिन (8th March) ही पूजी जाती हूँ।।
ममता की मूरत हूँ, त्याग हीं मेरा जीवन,
सबकुछ दिया, सबकुछ त्यागा,
फिर भी ना जाने क़्यूँ रौंदी जाती हूँ।।
मैं एक नारी हूँ, ना कोई अबला बेचारी हूँ।
- Priya
©Miss_Yadav💕 दिल की बात जुबां तक
Happy Women's Day to All💫🌸💞😊✌
#Womens_Day