रोज़ तारों की नुमाईश में खलल पड़ता है, ये चांद पाग | हिंदी Shayari Vid

"रोज़ तारों की नुमाईश में खलल पड़ता है, ये चांद पागल है अंधेरे में निकल पड़ता है... ©Khushi Raj "

रोज़ तारों की नुमाईश में खलल पड़ता है, ये चांद पागल है अंधेरे में निकल पड़ता है... ©Khushi Raj

#Chand

People who shared love close

More like this

Trending Topic