Dil Shayari तन्हा अकेला जब मैं होता हूँ
तुम्हारी ही बातें सोचता मैं रहता हूँ
तुम्हारे सिवा और
कोई चीज़ में मन ही नहीं लगता मेरा
तुम्हारी वो प्यारी हँसी, तुम्हारी वो बातें
मेरे दिल को हर बार धड़काती है
बस दिल को यही दर्द हर बार होती है
तुम बिन बताए छोड़ गई मुझको
मेरा दिल तो तुम्हारा हो गया था
बस तुम्हारा दिल मैं अपना बना ना सका
अगर बना लेता तो
तुम मुझको छोड़ कर न जाती
©Prabhat Kumar
#प्रभात लाइफ कोट्स