जिक्र से दिल को आबाद करना, गुनाहों से खुद को पाक | हिंदी Poetry Video

"जिक्र से दिल को आबाद करना, गुनाहों से खुद को पाक करना हमारी बस इतनी सी गुजारिश है कि रमजान के महीने में हमें भी खुद की दुआओं में याद रखना ©Neelam Yadav "

जिक्र से दिल को आबाद करना, गुनाहों से खुद को पाक करना हमारी बस इतनी सी गुजारिश है कि रमजान के महीने में हमें भी खुद की दुआओं में याद रखना ©Neelam Yadav

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