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पंक्तियां
जज्बातों से भरे दिल की बरसात नहीं होती है,
मतलब के बिना कोई मुलाकात नहीं होती है।
ख़्वाबों की हुकूमत में मौजों की मुश्किलें,
फ़ुरसत के तीन दिन की बारात नहीं होती है।
कवि,राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय
चित्रकूट (उत्तर प्रदेश )
©Rajendra Prasad Pandey Kavi
#जज्बातों से भरी आजकल बरसात नहीं होती है