शरमाई तेरी नज़रें,और बयां हो गये,
लफ़्ज़ भी क्या बोलते,बेजुबां हो गये,
तुमसे मिलने से पहले थे हम आग,
आज़ कल बस धुंआ-धुआं हो गये,
फ़ासले कुछ ऐसे बड़ा दिए वक़्त ने
तुम धरती तो हम,आसमां हो गये,
हमारी उम्र नही थी,,,"इश्क़"करने की,
बस देखा एक नज़र तुझे,,,और जवां हो गए,
©@vm_chaudhary07
#Love
#romance
शरमाई तेरी नज़रें,और बयां हो गये,
लफ़्ज़ भी क्या बोलते,बेजुबां हो गये,
तुमसे मिलने से पहले थे हम आग,
आज़ कल बस धुंआ-धुआं हो गये,